टूट चुके इस भारत को फिर से हमें जोड़ कर दिखाना है,
धर्म, जाति की नीति है गंदी, ये सबको समझना है,
मक्कारों, गद्दारों से देश को अपने बचाना है,
नफरत की दीवार हटा कर अर्थव्यवस्था पटरी पर लाना है,
टूट चुके इस भारत को, फिर से सोने की चिड़िया बनाना है,
देश की सम्पत्ति और धरोहर, चली ना जाए और कहीं,
लिख कर एक इतिहास नया, इसके लिए लड़ जाना है।
*वसी खान वसी*
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