हिन्दू धर्म हैं जितना प्यारा उतना ही इस्लाम हैं।
जितनी पावन रामायण हैं उतनी पाक कुरान हैं.
हिंदी-उर्दू भाषा दोनों बहने हैं एक दूजे की.
हिन्दू से न मुस्लिम से दोनों से हिन्दुस्तान हैं.
हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई नारे खूब सुने हमने
देखी जिनमे ना सच्चाई नारे खूब सुने हमने
जब भी देखा लड़ते देखा हमने दोनों पक्षों को
मार-काट में भूल गए हम मानवता के लक्ष्यों को.
जातिवाद से मानवता का सीना गर्क नहीं होगा
दोनों बेटे लहू मिलालो लहू में फर्क नहीं होगा
No comments:
Post a Comment
Welcome On My Blog